अमृतपाल सिंह
नयी दिल्ली: कट्टरपंथी अलगाववादी अमृतपाल सिंह के दिल्ली में होने के सुराग मिलने पर दिल्ली पुलिस अलर्ट हो गई है। सूत्रों के मुताबिक राजधानी दिल्ली के कश्मीरी गेट बस अड्डे के आसपास अमृतपाल की मौजूदगी के सुराग मिले। जानकारीके मुताबिक अमृतपाल पूरी भेष तरह बदल चुका है और वह साधु के भेष में दिल्ली में मौजूद हो सकता है। स्पेशल सेल समेत दिल्ली पुलिस की कई टीमें कश्मीरी गेट बस अड्डे के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने में जुटी हैं।
सूत्रों के मुताबिक पंजाब पुलिस ने सुक्खा नाम के शख्स को हिरासत में लिया है। अमृतपाल ने कुरुक्षेत्र से बलजीत कौर के फोन से सुक्खा को फ़ोन किया था। सुक्खा अमृतसर का रहने वाला है और फिलहाल मध्य प्रदेश के इंदौर में रह रहा था।
खालिस्तान समर्थक अलगाववादी अमृतपाल अपने और ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के खिलाफ कार्रवाई शुरू करने के बाद से फरार है। उसके कई सहयोगियों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने कहा कि मांगेवाल गांव के तेजिंदर सिंह गिल उर्फ गोरखा बाबा (42) की बुधवार को गिरफ्तारी के बाद जब्त किए गए फोन में झंडे के डिजाइन और ‘खालिस्तान’ के प्रतीक और उसके प्रस्तावित प्रांतों के प्रतीक चिह्न का खुलासा करने वाली तस्वीरें थीं।
खन्ना की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमनीत कोंडल ने कहा कि मोबाइल फोन में ‘‘10 डॉलर’’ के नोट सहित एकेएफ होलोग्राम और खालिस्तान मुद्रा की तस्वीरें भी थीं। एक पाकिस्तानी नागरिक के ड्राइविंग लाइसेंस की तस्वीर भी थी। उन्होंने कहा, ‘खालिस्तान के झंडे’ पर कुछ उर्दू शब्द अंकित थे। कार्रवाई शुरू होने से पहले ही, अमृतपाल की तुलना जरनैल सिंह भिंडरावाले से की जाने लगी, जिसके अनुयायियों ने 1980 के दशक में एक अलग सिख राष्ट्र ‘खालिस्तान’ के लिए एक हिंसक अभियान चलाया था। एसएसपी कोंडल ने कहा कि गोरखा बाबा ‘क्लोज प्रोटेक्शन टीम’ का हिस्सा था, जिसे ‘वारिस पंजाब दे’ प्रमुख की सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
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