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Success Story : नौकरी करते हुए आशुतोष ने पास की बीपीएससी की परीक्षा, बने असिस्टेंट प्रोफेसर, पिता धोते हैं कपड़े

Success Story : नौकरी करते हुए आशुतोष ने पास की बीपीएससी की परीक्षा, बने असिस्टेंट प्रोफेसर, पिता धोते हैं कपड़े

रिपोर्ट- मो.महमूद आलम

नालंदा. कामयाबी के लिए आपकी परिस्थिति मायने नहीं रखती है. मायने तो यह रखता है आपकी मेहनत कितनी है. इस बात को साबित किया है नालंदा के आशुतोष रजक ने. जिले के लाल आशुतोष कुमार रजक ने बीपीएससी विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग की परीक्षा में 111 वां रैंक लाकर अपना, परिवार व ज़िले का मान सम्मान बढ़ाया.

इनका चयन राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थान के असैनिक विषय में व्याख्याता पद पर किया गया है. फिल्हाल आशुतोष कुमार रेलवे में जूनियर पद पर कार्यरत हैं. इनकी प्रारंभिक पढ़ाई बिहार शरीफ में हुई और मैट्रिक की परीक्षा आदर्श हाई स्कूल से पास किया था.

आपके शहर से (नालंदा)

बेहद साधारण परिवार से आते हैं आशुतोष

आशुतोष कुमार बेहद साधारण परिवार से हैं.उन्हें उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए काफ़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था. उनका परिवार घर में लाउंड्री चलाते हैं. पढ़ाई के साथ फुर्सत के वक्त अपने घर वालों के काम में हाथ बंटाता था. जब से रेलवे में नौकरी हुई, तब से उसके घर की माली हालात में कुछ सुधार आया. इसके बाद बीपीएससी की परीक्षा में सफल होने के बाद सभी बहुत खुश हैं. वे आगे सिविल सर्विसेज में सेवा देना चाहते हैं, नौकरी करते हुए भी वे अपनीपढ़ाई जारी करते हुए यह सफलता हासिल किया.

बनना चाहते हैं आईएएस

साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि उनके पिता छोटे लाल रजक लाउंड्री चलाते हैं. मां अंजू देवी गृहणी हैं. शुरू से ही देश की सेवा के लिए सिविल सर्विसेज की तैयारियों में जुटे हुए हैं. उनके इस सफ़लता से घर परिवार में खुशी का माहौल है, साथ ही परिवार और दोस्तों का उनके घर आकर बधाई देने के लिए पहुंच रहे हैं. अल्लामा इक़बाल कॉलेज से इंटरमीडिएट और एमआईटी मुजफ्फरपुर से बी.टेक की पढ़ाई के बाद धनबाद से एम.टेक किया है. वह आगे की पढ़ाई जारी रखेगा और आईएएस बनना चाहता है.

Tags: Bihar News, Nalanda news

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