नई दिल्ली: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग होकर सूबे में नया सियासी तूफान लाने वाले उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी नई पार्टी राष्ट्रीय लोक जनता दल (आरएलजेडी) की 11 सदस्यीय कमेटी का गठन कर दिया है. इस कमेटी में जेडीयू के प्रदेश उपाध्यक्ष रह चुके जीतेन्द्र नाथ को संगठन का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है. वह उसी कुर्मी समाज से आते हैं, जिससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आते हैं.
माना जाता है कि जीतेन्द्र नाथ की पकड़ कर्मी समाज के साथ-साथ मगध और अंग क्षेत्र के धानुक समाज में भी अच्छी है. वह 2018 में धानुक कुर्मी सम्मेलन का आयोजन कर अपनी ताकत का अहसास करा चुके हैं. इसके अलावा, पूर्व विधायक रमेश कुशवाहा को आरएलडीजे का नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है. नाथ को उपाध्यक्ष और रमेश कुशवाहा को प्रदेश अध्यक्ष बनाकर लव कुश समाज को संदेश देने की कोशिश की गई है.
जेडीयू के वोट बैंक की सेंधमारी में जुटे उपेंद्र कुशवाहा
आरएलजेडी के गठन के साथ उपेंद्र कुशवाहा ने जेडीयू के वोट बैंक में सेंधमारी शुरू कर दी है. इसकी क्रम में उन्होंने विरासत बचाओ नमन यात्रा के जरिए बिहार के 30 जिलों का दौरा कर चुके हैं. पार्टी का दावा है कि सुपौल, सासाराम, शेखपुरा, नवादा, औरंगाबाद, सीतामढ़ी, अररिया, भोजपुर, गया सहित करीब दो दर्जन जिलों में विरासत बचाओ नमन यात्रा यात्रा को अच्छा रिस्पांस मिला है. 28 मार्च को सम्राट अशोक जन्मोत्सव में शामिल होने वाले कुशवाहा समाज के हजारों समर्थकों ने आरएलजेडी के प्रति अपना समर्थन जाहिर किया है.
आपके शहर से (पटना)
आरएलजेडी की नजर अब सिर्फ कुशवाहा समाज पर ही नहीं, बल्कि सर्वसमाज पर टिकी हुई है. 14 अप्रैल को बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जयंती पर पार्टी पटना में कई कार्यक्रम करने की तैयारी में है. इन कार्यक्रमों में राज्यभर से दलित समुदाय के लोगों को जुटाए की कोशिश की जा रही है. इसके अलावा, उपेंद्र कुशवाहा ने अपनी टीम में भूमिहार समाज से आने वाले माधव आनंद को राष्ट्रीय प्रधान महासचिव बनाकर इस वर्ग को लुभाने की कोशिश की है. 23 अप्रैल को पटना के विद्यापति भवन में बाबू वीर कुंवर सिंह जयंती समारोह आयोजन के जरिए राजपूत समाज को आकर्षित करने की योजना है.
जेडीयू के वोट बैंक में सेंधमारी की कोशिश में बीजेपी
एक तरफ, उपेंद्र कुशवाहा लगातार बिहार की विरासत को बचाने की बात कर रहे हैं और राज्य को दोबारा जंगलराज से बचाने के लिए संघर्ष का दावा कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ, बीजेपी भी लगातार नीतीश कुमार के जेडीयू के आधार वोट में सेंधमारी करने की कोशिश कर रही है. सम्राट चौधरी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने को इसी कोशिश में देखा जा रहा है. सम्राट चौधरी भी कुशवाहा समाज से आते हैं.
उधर, पूर्व केंद्रीय मंत्री और जेडीयू में नीतीश कुमार के बेहद करीबी रहे आरसीपी सिंह को लेकर भी अटकलें तेज हैं. चर्चा है कि आरपीएन सिंह इसी महीने बीजेपी ज्वाइन कर सकते हैं. बीजेपी जेडीयू के वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी की रणनीति पर काम कर रही है. ऐसे में समझा जा रहा है कि उपेंद्र कुशवाहा भी जेडीयू के वोटबैंक की विरासत को महागठबंधन की तरफ नहीं जाने देने का दावा कर रहे हैं.
बिहार को बेहतर दिशा देने की कोशिश: आरएलजेडी
आरएलजेडी के प्रदेश प्रवक्ता राहुल कुमार का कहना है कि हमारी कोशिश बिहार को बेहतर दिशा देने की है और राज्य को दोबारा जंगलराज की तरफ जानबूझकर धकेलने के किसी भी प्रयास को रोकने की है. हमारे नेता को सिर्फ एक जाति के नजरिए से देखना उचित नहीं होगा. वह सामाजिक न्याय के बड़े पक्षधर रहे हैं और सभी वर्गों के हितों की बात करते रहे हैं. कॉलेजियम सिस्टम के खिलाफ जितना हमारे नेता ने आवाज उठाई है उतना किसी ने नहीं उठाया है.
ब्रेकिंग न्यूज़ हिंदी में सबसे पहले पढ़ें News18 हिंदी| आज की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट, पढ़ें सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट News18 हिंदी|
Tags: Upendra kushwaha
FIRST PUBLISHED : April 04, 2023, 21:03 IST