Chr Dham Yatra 2023: यूपी, दिल्ली, एमपी सहित देश-विदेश से उत्तराखंड चार धाम यात्रा-2023 पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के बहुत जरूर सूचना है। चार धाम यात्रा पंजीकरण के बाद इस नियम को पढ़े बिना धाम पर पहुंचने के बाद भी तीर्थ यात्रियों को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
केदारनाथ-बदरीनाथ, और गगोत्री सहित चारों धामों में तीर्थ यात्रियों के दर्शन करने की प्रतिदिन संख्या तय की गई है। तीर्थ यात्रियों की दर्शन करने संख्या पर टोकन को बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में श्रद्धालुओं का समय के साथ ही पैसा भी बर्बाद होगा। चार धाम यात्रा पर जाने से पहले धामों के आसपास होटल, होम स्टे या फिर गेस्ट की पहले बुकिंग नहीं करन पर तीर्थ यात्रियों की रात सड़कों पर भी गुजर सकती है।
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उत्तराखंड सरकार उम्मीद जताई जा रही है कि देश के विभिन्न राज्यों से इस बार भारी संख्या में तीर्थ यात्री उत्तराखंड दर्शन करने को पहुंच रहे हैं। ऐसे में उत्तराखंड पहुंचने वाले तीर्थ यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करने के लिए टोकर व्यवस्था भी की गई है।
बदरीनाथ केदारनाथ सहित धामों दर्शन करने की संख्या
चमोली जिले में स्थित बदरीनाथ धाम में प्रतिदिन 18 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं। यहां बदरीनाथ धाम में रुकने का इंतजाम 10 हजार है। केदारनाथ धाम में प्रतिदिन दर्शन 15 हजार श्रद्धालु कर सकते हैं। यहां धाम में रुकने का इंतजाम 10 हजार है। गंगोत्री में प्रतिदिन आठ हजार श्रद्धालुओं के दर्शन की संख्या तय है।
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यहां धाम में पांच हजार और आस पास मिला कर कुल 15 हजार के रुकने का इंतजाम है। यमुनोत्री धाम में 5500 श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं। यहां यमुनोत्री में तो सिर्फ 200 ही श्रद्धालुओं के रुकने की व्यवस्था है, लेकिन आस पास के क्षेत्रों को मिला कर कुल 7100 श्रद्धालु रात में रुक सकते हैं।
चारधाम में बेहतर की जा रहीं आवासीय सुविधाएं
बदीरनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री सहित चारों धामों में श्रद्धालुओं के रात में रुकने को लेकर आवास का पुख्ता इंतजाम करना चुनौती जरूर है, पर इस बार बेहतर सुविधाओं पर ज्यादा फोकस किया जा रहा है। केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के दर्शन करने की प्रतिदिन की तय संख्या के अनुसार आवास इंतजाम करना टेड़ी खीर साबित होगा।
केदारनाथ धाम में एक दिन में 15 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं, लेकिन इंतजाम यहां भी दस हजार के करीब ही हैं। बदरीनाथ धाम में एक दिन में 18 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते हैं, यहां रुकने का इंतजाम 18 हजार है। आवास सुविधा के मामले में गंगोत्री और यमुनोत्री की स्थिति थोड़ी बेहतर है। यहां रात में रुकने को तय संख्या से अधिक आवास की सुविधा उपलब्ध है।
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बदरीनाथ में घट गई आवासीय सुविधा बदरीनाथ
जोशीमठ, औली, पीपलकोटी समेत आस पास के स्थानों में रुकने को कुल 18 हजार बेड क्षमता है। जबकि बदरीनाथ धाम में दर्शन करने की तय संख्या 18 हजार प्रतिदिन है। इसके अलावा सुबह सुबह दर्शन करने को आने वाले श्रद्धालु पहले ही रात में रुक जाते हैं। ऐसे में आठ से दस हजार श्रद्धालुओं के रुकने का अतिरिक्त इंतजाम करना प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती रहेगी।
बदरीनाथ धाम में मास्टर प्लान पर काम करने के कारण होटल, धर्मशालाओं को तोड़ने से आवास क्षमता घटी है। जोशीमठ में भूस्खलन के बाद आवास सुविधा कम हुई है। जिला पर्यटन अधिकारी सोबत सिंह राणा ने बताया कि बदरीनाथ धाम में पिछले साल तक 12 हजार तक तीर्थ यात्री रात्री विश्राम कर सकते थे।
लिंचौली से केदारनाथ तक 10 हजार यात्री रुक सकेंगे
इस बार यात्रा सीजन में केदारनाथ और लिंचौली मिलाकर कुल 10 हजार यात्री एक रात में यहां ठहर सकते हैं। जिला प्रशासन बर्फ हटाने के बाद केदारनाथ पहुंच कर संख्या को और बढ़ाने का प्रयास करेगा। पिछले साल ये संख्या पांच से आठ हजार तक रहती थी। डीएम मयूर दीक्षित ने बताया कि केदारनाथ में जीएमवीएन को इस बार दो हजार टेंट अतिरिक्त लगाने के लिए कहा गया है। लिंचौली से केदारनाथ धाम तक सरकारी और प्राइवेट होटल, लॉज में कुल 10 हजार यात्रियों के रहने की व्यवस्था की जा रही है।
चार धाम यात्रा रजिस्ट्रेशन से तीर्थ यात्रियों को राहत
गंगोत्री-युमनोत्री सहित चार धाम रजिस्ट्रेशन-2023 की अनिवार्यता पर सरकार ने नया फैसला लिया। चार धाम यात्रा पर जाने से पहले इन तीर्थ यात्रियों को रजिस्ट्रेशन करने से छूट दी जाएगी। उत्तराखंड सरकार इसी महीने शुरू होने वाली चारधाम यात्रा की तैयारियों में जुट गई है। रजिस्ट्रेशन की अनिवायर्त पर सरकार के इस फैसले से तीर्थ यात्रियों को बहुत राहत होगी।
पैदल मार्ग खुलते ही बढ़ जाएगी आवाजाही
केदारनाथ यात्रा शुरू होने में महज 19 दिन शेष हैं। ऐसे में प्रशासन, बीकेटीसी और यात्रा संबंधी विभागीय टीमों के साथ ही केदारनाथ के तीर्थपुरोहित, स्थानीय व्यापारी और कारोबारी अपनी व्यवस्थाएं जुटाने के लिए केदारनाथ पहुंचेंगे। इसको देखते हुए आने वाले सप्ताह में केदारनाथ के लिए आवाजाही बढ़ जाएगी।
यात्रा को देखते हुए डामरीकरण व कटिंग में लाए तेजी
चारधाम यात्रा को नजदीक देख उत्तरकाशी डीएम अभिषेक रुहेला ने बुधवार को गंगोत्री हाईवे के पास भूस्खलन जोन एवं उससे आगे चल रहे पहाड़क कटिंग के कार्य का निरीक्षण जायजा लिया। इस दौरान डीएम ने बीआरओ भूस्खलन जोन के साथ सड़क चौड़ीकरण के लिए निर्माणाधीन जियोग्रिड वाल के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
बुधवार सांय को डीएम अभिषेक रूहेला ने बीआरओ कमाडेंट के साथ गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर धरासू के पास भूस्खलन जोन एवं उससे आगे पहाड़ कटिंग के कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने जियोग्रिड वाल ड्रॉइंग का भी अवलोकन किया। कहा कि चारधाम यात्रा के लिए महज 16 दिन शेष रह गए हैं।
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इससे पूर्व सड़क मार्ग के डामरीकरण एवं कटिंग कार्यो को तेजी के साथ पूर्ण करें। इसके लिए मजदूरों की संख्या बढ़ाने एवं रात्रि में क्लोजर लेने की आवश्यकता है तो क्लोजर की अनुमति लेने की बात कही। तथा कार्य स्थल पर रिफ्लेक्टर साइनेज एवं चेतावनी बोर्ड लगाया जाए। ताकि रात्रि में आवगमन कर रहे लोगों को इसकी जानकारी हो सकें।