पैथोलॉजी केंद्रों के संचालक 29 और 30 मार्च को अस्पताल परिसर में आयोजित जांच शिविर में अपने कागजात के साथ उपस्थित होंगे. इन सभी नर्सिंग होम व जांच केंद्रों में कार्यरत चिकित्सकों व कर्मियों का डाटा भी डिग्री के साथ उपलब्ध कराना होगा, ताकि यह पता चल सके कि सरकार व स्वास्थ्य विभाग से निर्धारित मानकों पर ये कितने खरे हैं.